8 July 2015

हर हसीं शाम के बाद, एक रात हुई



 हर हसीं शाम के बाद,  एक रात हुई
हर मुलाकात के बाद, तेरी ही बात हुई।

माना के तेरे दर पे, न चर्चे मेरे होंगे, 
मेरे दर पे हर एक बार तेरी ही बात हुई।

देख ली मैंने भी खुशियाँ,  ज़माने भर की
ज़िन्दगी ये  तो खुशनुमा बस,  तेरे ही साथ हुई।









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