7 September 2015

क्यों लापता क्यों गुमशुदा



क्यों लापता  क्यों गुमशुदा
तू हो गया  मेरे ख़ुदा 
माँगा करू  रब से दुआ 
दे दे मुझे तेरा पता 

ये लम्हे भी हमें 
कुछ सुनाते रहे 
रात भर तेरी नींदे 
जगाते रहे 
देर तक तेरी खुशबु से महकी हवा 
खुशबु हवा 
महके फ़िज़ा 
आ जा मेरे 
ए दिलरुबा  … 


क्यों लापता  क्यों गुमशुदा
तू हो गया  मेरे ख़ुदा 
माँगा करू  रब से दुआ 
दे दे मुझे तेरा पता   ……। 

No comments: