क्यों लापता क्यों गुमशुदा
तू हो गया मेरे ख़ुदा
माँगा करू रब से दुआ
दे दे मुझे तेरा पता
ये लम्हे भी हमें
कुछ सुनाते रहे
रात भर तेरी नींदे
जगाते रहे
देर तक तेरी खुशबु से महकी हवा
खुशबु हवा
महके फ़िज़ा
आ जा मेरे
ए दिलरुबा …
क्यों लापता क्यों गुमशुदा
तू हो गया मेरे ख़ुदा
माँगा करू रब से दुआ
दे दे मुझे तेरा पता ……।
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