भीगे भीगे मौसम में
सावन प्यासा रह जायेगा
अपना इश्क जो आधा था,...
पूरा हो जाएगा ....
पानी सी कलकल बहने वाली
धूप धनक के रंगो वाली
कोयल सी चहकने वाली
जब शोख अदाओं वाली का
बदन संदल हो जायेगा ....
तेरा इश्क़ जो आधा था,
पूरा हो जायेगा
कत्थई कत्थई आंखों वाली
सुनहरे सुनहरे आबो वाली
गुलाबी परी वो ख्वाबों वाली
जब रेशमी बालों वाली का नीला आंचल लहराएगा
तेरा इश्क़ जो आधा था
पूरा हो जायेगा
1 comment:
बहुत भावपूर्ण और दिल को छूते पन्ने... आभार
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