लड़कियाँ
अनाज के आटे
सी होती है ..
गाँव की लड़की
बाजरा मक्का या जवार
होती है
शहरी लड़कियाँ
मैदे या गेहूँ सा
ग़ुबार होती है ...
बेली ही जाती है सब
रोटी पराँठा
लिट्टी क़ुल्चे सी
और
खाई जाती है
बस भूख (!)
मिटाने के लिए ..
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