ये पाया है मैंने अक्सर
कि तुम्हारे मौन का आयाम (Amplitude )
और आवृत्ति (frequency )
कि तुम्हारे मौन का आयाम (Amplitude )
और आवृत्ति (frequency )
मेरे उदास और टूटे मन की
प्राकृतिक आवृत्ति (Natural frequency )के
बराबर हो जाती है |
उस क्षण ,उस पल
होता है अनुकंपन( resonance )
मेरे मस्तिष्क में
और मच जाता है
एक तबाही का मंज़र
और मेरा वजूद
तहस नहस हो जाता है |
ये बताओ
अपने मौन की तरंगो की
आवृत्ति ( Frequency )कैसे
Set करते हो तुम ??
बताओ ... बताओ न !!
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