14 May 2017

खानाबदोश ... ख़्वाहिशें


आवारा मन 
बंजारा तन 
खानाबदोश  ... ख़्वाहिशें 

राहें यहाँ 
जाए कहाँ 
ग़ुम हुई रिहाईशें
खानाबदोश  ... ख़्वाहिशें 

इश्क़ जहाँ 
खोया कहाँ 
कैसी ये आज़माइशें 
खानाबदोश  ... ख़्वाहिशें 

दिल जवाँ 
माँगे ये  जाँ 
कैसी ये फ़रमाइशें 
खानाबदोश  ... ख़्वाहिशें   #संध्या 


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