आजा बाहों में बसा लूँ
तुझे तुझ से ही चुरा लूँ
तेरी ख्वाहिशों को जी लूँ
नीली आँखो से मैं पी लूँ
दिल के भंवर में फँस गई हूँ
साँसों सी क्यों मैं रुक गई हूँ
बागी हुए अरमान क्यूँ
आँखे क़त्ल का सामान ज्यूँ
एक शोला हूँ तुझे जला दूँ यूँ
आग पानी में लगा दूँ ज्यूँ
तेरे अंग अंग को यूँ सुलगा दूँ
तुझे जन्नते भुला दूँ ना मैं क्यूँ
आजा बाहों में तुझे बसा लूँ
तुझे तुझसे ही चुरा लूँ
मेरा बदन हुआ है मोम ज्यूँ
छुआ तो बिखर गई मैं रेत ज्यूँ
तेरी साँसों को मैं महका दूँ
कोई मोग़रा हो बहका ज्यूँ
तुझमें ही मैं यूँ ...घुल जाऊँ
सागर में मौज ...हो ज्यूँ
आजा बाहों में ..मैं बसा लूँ
तुझे तुझसे ही ..मैं चुरा लूँ
तुझे तुझ से ही चुरा लूँ
तेरी ख्वाहिशों को जी लूँ
नीली आँखो से मैं पी लूँ
दिल के भंवर में फँस गई हूँ
साँसों सी क्यों मैं रुक गई हूँ
बागी हुए अरमान क्यूँ
आँखे क़त्ल का सामान ज्यूँ
एक शोला हूँ तुझे जला दूँ यूँ
आग पानी में लगा दूँ ज्यूँ
तेरे अंग अंग को यूँ सुलगा दूँ
तुझे जन्नते भुला दूँ ना मैं क्यूँ
आजा बाहों में तुझे बसा लूँ
तुझे तुझसे ही चुरा लूँ
मेरा बदन हुआ है मोम ज्यूँ
छुआ तो बिखर गई मैं रेत ज्यूँ
तेरी साँसों को मैं महका दूँ
कोई मोग़रा हो बहका ज्यूँ
तुझमें ही मैं यूँ ...घुल जाऊँ
सागर में मौज ...हो ज्यूँ
आजा बाहों में ..मैं बसा लूँ
तुझे तुझसे ही ..मैं चुरा लूँ
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