2 June 2016

चाहतों के सभी धागों को तोड़कर -A song



चाहतों के सभी धागों को तोड़कर
तू चला प्यार के वादों को तोड़कर

कोई नहीं आता यहाँ , 
गुमशुदा से ख़्वाब है
मीलों है ख़ामोशी , 
 कोई नहीं  आवाज़ है
तू मुझे आवाज़ दे 
तू मेरा तो नाम ले
आऊँगी मैं तेरी बाँहों में  दौड़कर

रास्ते तनहा यहाँ ,
मंज़िले बर्बाद  है
इस सफ़र का कोई 
अंजाम ना आग़ाज़ है
आ पुकारें इन्हें, 
 कुछ क़दम आ संग चले
आएँगी ख़ुशियाँ यहाँ शायद किसी मोड़पर

For the soundclip plz click the link below
https://soundcloud.com/sandhya-rathore/xkk4ianbghp2

No comments: