आसमां ने पहना है
नीला नीला जामा सा
चाँद और सितारों का
यहाँ है आना जाना सा ..
ऐसे बाँहें फैलायें ...
राहें किसको बुलाए ?
कभी चल पड़े औ'
कभी रुक रुक ये जायें...
इनकी मंज़िलो पर क्या
तेरा है आना जाना सा ?
सपने पलकों के किनारें
तुझको पुकारें
मेरी ... रातें है बैठी
तेरा रस्ता निहारें
ख़्वाबों के इन दरिचो में क्या
तेरा है आना जाना सा ?
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