Kya jaane .. kyun ?
Its about me, मैं and myself
13 December 2015
सूनी सी इन आँखों में मेरी,अब नीँद आये कहाँ ?
सूनी सी इन आँखों
में
मेरी,
अब
नीँद आये
कहाँ
?
होने लगा है मुझको, मुझमें, तेरे होने का गुमाँ.....
ऐ समुन्दर... अपने अंदर
,
तू समा
ले मुझे
,
लहरो सा फिर रेत
पर
,
तू बिछा ले मुझे ...
छोड़ कर अपने पीछे
,
पानियों के निशाँ
तेरे होने का गुमाँ.....
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