5 August 2015

आज मेरा है ये आसमान

बड़ा    दिलकश है .......  ये समां.....
आज मेरा  है ...... ये आसमान।


चलूँ   मैं तो, 
 चंचल हवा, 
आँचल में वो 
क्यूँ जा छुपे   ? 
मेरी बाहों में ....... सारा जहाँ  
आज मेरा  है  .......ये आसमान। 


भीगूँ मैं जो   , 
बारिश में तो, 
पानी को  क्यों 
आग लगे ?
बूँदो की पहनू  मैं.........  पायलियाँ।  
आज मेरा  है ....... ये आसमान।


खुशबु है जो, 
मेरी है वो ,
फूलो में वो,  
क्यों कर छुपे ?
 सुन, यूँ न सता,  .......  सामने आ  ,
आज मेरा  है  .......ये आसमान।

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