आज आई है ज़िन्दगी मुझसे मिलने के लिए
चलो ख़ुशी और गमो का हिसाब लिया जाए
बहुत दिनों बाद मिली है फुरसत खुद से
सोचा आज पुराने ज़ख्मो को सिया जाए
बहुत उखाड़ लिए हमने तुमने, गड़े मुर्दे
चलो कुछ सुकून के बीजो को भी बोया जाए
बहुत दिनों बाद मिली है फुरसत खुद से
सोचा आज पुराने ज़ख्मो को सिया जाए
बहुत उखाड़ लिए हमने तुमने, गड़े मुर्दे
चलो कुछ सुकून के बीजो को भी बोया जाए
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