1 July 2015

कितना दिलकश लगे ये समां

खूबसूरत समां
ले आया कहाँ 
खुशबु बिखरी तेरी
है यहाँ से वहाँ 
कितना दिलकश लगे ये समां

बाहों के दरमियाँ 
कोई न हो जहाँ 
आओ चल दे वहाँ 
ख्वाब बिखरे हुए हो 
यहां से वहाँ
कितना दिलकश लगे ये समाँ।

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